Thursday, June 30, 2016

हिन्दी मे क्यूँ नहीं लिखते ? पूछा है गूगल ने...

...आज बहुत दिनों बाद अपने ही ब्लॉग पर आया। गूगल का संदेश ऊपर ही था। हिन्दी मे ब्लॉग क्यों नहीं करते? मेरी क्या मजाल कि गूगल कि बात ना मानूँ । हर क्कम तो उनके ही भरोसे हो रहा है। मेल हो या android। लो भैया शुरू हो गए हिन्दी में।
पिछले एक साल मे बहुत कुछ बदला । बदलना भी चाहिए ।
पूरी दिनचर्या बदल गयी। 26अप्रैल, 2015 को ईशा योगा (Isha Yoga) का इनर enjineering किया था। तब से हर रोज़ योग चालू है।
इस बार के IDY यानी  योग डे पर उप-योग  का  सिखवाने का  भी काम हुआ। जी हाँ- सिखवाने का। सद्गुरु की  डीवीडी से यह सभा होती है। आप के  लिए भी कर सकते हैं।


कल अजय ब्रहमात्मज ने ई-बुक लिखने की  भी बात कही। यानी  हिन्दी मे टाइप करना ही पड़ेगा।

आज कल whatsapp पर कबीर का एक दोहा पोस्ट कर रहा हूँ।
निलय उपाध्याय के गंगा जगाओ मे भी पूरी रुचि है।
और फोटोग्राफी कार्यशाला  के लिए नए पावर पॉइंट भी बना रहा हूँ।
यूट्यूब देखने का काम भी चलता रहता है।
यूट्यूब डीजे बन सकता हूँ।
आप क्या कर रहे हैं आज कल ?